Extreme Heatwave in India: 2000 साल का रिकॉर्ड टूटा, स्कूल में बच्चे हो रहे हैं बेहोश, क्यों है इतना गर्मी : नमस्कार दोस्तों अगर आप न्यूज़ देखते हैं तब आप तक यह खबर अवश्य पहुंच गई होगी भारत में गर्मी का प्रचंड का भी बढ़ता जा रहा है। साल 2022 में गर्मी ने 5 साल का रिकॉर्ड तोड़ा था। वही 2023 में 20 साल का लेकिन इस बार साल 2024 में गर्मी ने 2000 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। प्रतिदिन यह गर्मी बढ़ती जा रही है जिसके चलते हैं भारत के राज्य बिहार के कई जिलों में गर्मी के कारण बच्चे बेहोश हो रहे हैं। भारत के कई शहरों में गर्मी 50 डिग्री के पार पहुंच गए है।
आपके मन में यह सवाल अवश्य आता होगा कि आखिर इतनी गर्मी कहां से आ रही है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको भारत में बढ़ रही गर्मी के प्रमुख कारण के बारे में बताएंगे। जिसे जाने के बाद आप आश्चर्य करेंगे की इस गर्मी बढ़ने के मूल कारण हम इस देश के नागरिक ही है। आपको बता दे कि यहां गर्मी का प्रचंड रूप भारत में नहीं भारत के बाहर कोई अन्य देशों में भी देखा गया है।
भारत किन राज्यों में 50 डिग्री पर हुआ गर्मी
अभी हाल ही के मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भारत के राजस्थान, बिहार, पश्चिम बंगाल, पंजाब, उत्तराखंड और पश्चिम के आसपास के इलाके में गर्मी इतनी बढ़ गई है कि लोग घर से बाहर नहीं निकाल पा रहे हैं। घर से निकलते ही ऐसा लग रहा शरीर पर चमरा ऊपर से जल जाएगा। सूरज की तपती धूप में गर्म हवाएं भी अपने रंग दिखा रही है। बिहार समेत पश्चिमी राज्य के सभी राज्यों के कुछ जिलों में भारी अलॉट घोषित की गई है। जिसके वजह से वहां के कर्मी के काम करने की टाइम टेबल बदल दी गई है साथ ही 9 जून 2024 तक उसे राज्य के कुछ जिलों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है।
बिहार के कुछ जिलों में गर्मी से बेहोश हुए बच्चे
आपको जानकर हैरानी होगी कि बिहार के कुछ जिलों में बच्चे इस बेहाल गर्मी को झेल नहीं पाए और लू के वजह से बीमार पड़ गए और कई बच्चे तो स्कूल में ही बेहोश हो गए। न्यूज़ वीडियो रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान में इस साल की गर्मी से अब तक 52 लोगों की मृत्यु दर्ज की गई है। बच्चों को स्कूल में बेहोश होते देखा न्यूज़ मीडिया में यह खबरें आज की तरफ फैल रही है जिससे सरकार को भी स्कूल के समय सीमा को बदलना पड़ा साथ में 9 दिनों तक स्कूल में छुट्टी कर दी गई। यह छोटी संभावित है क्योंकि आने वाले दिनों में अगर गर्मी का मौसम ठीक नहीं हुआ तो छोटी और बढ़ाई जा सकती हैं। फिलहाल मौसम विभाग द्वारा सूचना के अनुसार 10 जून 2024 तक मौसम करवट ले सकता है। और भारत में गर्मी से राहत मिल सकती है।
क्यों बढ़ रही है इतनी गर्मी
आपको बता दे की देश में इतनी गर्मी बढ़ने की कोई कारण हो सकते हैं। उनमें से प्रमुख कारण हम भारत की जनता है जो अपनी जरूर को पूरा करने के लिए फिर पौधों की कटाई कर देते हैं। साइंटिफिक रिसर्च के अनुसार भारत में कब तक 23 प्रतिशत से अधिक पेड़ पौधों की कटाई की जा चुकी है जो किसी न किसी माध्यम से जरूरत को पूरा करने के लिए किया गया है। मानव संसाधन लकड़ी की जलावन या घर बनाने के लिए वहीं सरकार रोड को चौड़ा करने के लिए और सरकारी संसाधन या आम लोग अपने घर बनाने के लिए पैर की कटाई करते हैं।
आपको जानकर हैरानी होगी कि साइंटिफिक रिसर्च के अनुसार जिन शहरों में पेड़ पौधे अधिक हैं उन शहरों में गर्मी बिल्डिंग वाले शेरों की तुलना में 5 से 6 डिग्री दर्ज की गई है। अगर हम यशपाल से 6 डिग्री को देख तो यह काफी अधिक उतार चढ़ाव है। अगर हम अधिक से अधिक पेड़ लगाए तो 50 डिग्री सेल्सियस को कम कर 45 या 40 डिग्री सेल्सियस तक ला सकते हैं।
गर्मी बढ़ने का सबसे बड़ा कारण क्लाइमेट चेंज है।
देश दुनिया में गर्मी बढ़ने का एक बहुत बड़ा कारण है क्लाइमेट चेंज। मौसम विभाग के रिपोर्ट के अनुसार यह क्लाइमेट चेंज हर 5 साल या 10 साल के बीच में एक बार आता है। जिसमें तीन से चार महीने अधिक गर्मी पड़ती है। हालांकि इसका कोई सीमा अंतराल नहीं है लेकिन फिर भी इसे एक समय निर्धारण दिया गया है। मौसम विभाग का मानना है कि नियॉन की प्रक्रिया अपने चरम सीमा पर हैं इसलिए इतनी अधिक गर्मी पड़ रही है। क्लाइमेट चेंज होने से पृथ्वी के वातावरण पर काफी बड़ा इफेक्ट पड़ता है। इसके सुधार के लिए हमें काफी भारी कदम उठाने होंगे।
गर्मी को कम कैसे कर सकते हैं?
गर्मी एक प्राकृतिक क्रिया है जिसे बहुत ज्यादा काम नहीं किया जा सकता है लेकिन कुछ हद तक काम किया जा सकता है। जैसे कि आर्टिकल में हमने आपको पहले बताया कि अगर हम अपने घर के आसपास या खाली जगह पर पेड़ पौधा लगाए तो 4 से 5 डिग्री तक गर्मी को कम कर सकते हैं। अगर हम अपने घर में एक या कलर का इस्तेमाल कम करें तो गर्मी पर कंट्रोल कर सकते हैं। ज्यादा से ज्यादा हरियाली को बढ़ावा दे तो गर्मी को काम किया जा सकता है। साइंटिफिक रिसर्च के अनुसार गर्मी को कम करने का अब तक एक ही तरीका बताया गया है। आपको इसके बारे में क्या कहना है नीचे हमें कमेंट करके जरूर बताइए।